दुर्धर: Difference between revisions
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<p id="1">(1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में वैभव | <p id="1">(1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में वैभव संपन्न एक सुंदर नगर । <span class="GRef"> महापुराण 19.85, 87 </span></p> | ||
<p id="2">(2) | <p id="2">(2) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52.31 </span></p> | ||
<p id="3">(3) राजा उग्रसेन का पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.39 </span></p> | <p id="3">(3) राजा उग्रसेन का पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.39 </span></p> | ||
<p id="4">(4) राजा पूरण का पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.51 </span>दै0 दुदंर्श</p> | <p id="4">(4) राजा पूरण का पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.51 </span>दै0 दुदंर्श</p> |
Revision as of 16:24, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से == विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–देखें विद्याधर ।
पुराणकोष से
(1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में वैभव संपन्न एक सुंदर नगर । महापुराण 19.85, 87
(2) जरासंध का पुत्र । हरिवंशपुराण 52.31
(3) राजा उग्रसेन का पुत्र । हरिवंशपुराण 48.39
(4) राजा पूरण का पुत्र । हरिवंशपुराण 48.51 दै0 दुदंर्श