नाथता: Difference between revisions
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<p> पारिव्राज्य | <p> पारिव्राज्य संबंधी नवम सूत्रपद । इसमें मुनि इस लोक संबंधी स्वामित्व का परित्याग करके जगत् के जीवों के सेव्य हो जाते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 39.163, 177 </span></p> | ||
Revision as of 16:26, 19 August 2020
पारिव्राज्य संबंधी नवम सूत्रपद । इसमें मुनि इस लोक संबंधी स्वामित्व का परित्याग करके जगत् के जीवों के सेव्य हो जाते हैं । महापुराण 39.163, 177