प्राणातिपातिकीक्रिया: Difference between revisions
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Revision as of 16:28, 19 August 2020
एक आध्यात्मिक क्रिया । यह सांपरायिक आस्रव की पच्चीस क्रियाओं में एक क्रिया है । इससे प्राणों का वियोग होता है । हरिवंशपुराण 58. 68