प्रावृत: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> गुरु ध्रौव्य के पाँच शिष्यों में पाँचवाँ शिष्य । | <p> गुरु ध्रौव्य के पाँच शिष्यों में पाँचवाँ शिष्य । शांडिल्य, क्षीरकदंबक, वैन्य और उदंच इसके सहपाठी थे । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 23.34 </span></p> | ||
Revision as of 16:29, 19 August 2020
गुरु ध्रौव्य के पाँच शिष्यों में पाँचवाँ शिष्य । शांडिल्य, क्षीरकदंबक, वैन्य और उदंच इसके सहपाठी थे । हरिवंशपुराण 23.34