बुध: Difference between revisions
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<li class="HindiText"> बुध ग्रह का लोक में अवस्थान - देखें [[ ज्योतिष#2.2 | ज्योतिष - 2.2 ]]। </li> | <li class="HindiText"> बुध ग्रह का लोक में अवस्थान - देखें [[ ज्योतिष#2.2 | ज्योतिष - 2.2 ]]। </li> | ||
<li> | <li> स्याद्वादमंजरी/23/273/26 <span class="SanskritText">बुध्यंते यथावस्थितं वस्तुतत्त्वं सारेतर विषयविभागविचारणया इति बुधाः ।</span> = <span class="HindiText">यथावस्थित वस्तु तत्त्व को सार व असार के विषय विभाग की विचारणा के द्वारा जो जानते हैं, वे बुध हैं ।</span></li> | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p> रावण का श्वसुर एक नृप । इसकी रानी मनोवेगा से उत्पन्न अशोकलता का विवाह | <p> रावण का श्वसुर एक नृप । इसकी रानी मनोवेगा से उत्पन्न अशोकलता का विवाह गांधर्व विधि से रावण के साथ हुआ था यह मय का मंत्री था और इसने दशानन की दक्षिणी-विजय की यात्रा में उनका साथ दिया था । यह राजा सीता के स्वयंवर में भी सम्मिलित हुआ था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 8.104-108, 269-271, 28.215 </span></p> | ||
Revision as of 16:29, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से ==
- एक ग्रह - देखें ग्रह ;
- बुध ग्रह का लोक में अवस्थान - देखें ज्योतिष - 2.2 ।
- स्याद्वादमंजरी/23/273/26 बुध्यंते यथावस्थितं वस्तुतत्त्वं सारेतर विषयविभागविचारणया इति बुधाः । = यथावस्थित वस्तु तत्त्व को सार व असार के विषय विभाग की विचारणा के द्वारा जो जानते हैं, वे बुध हैं ।
पुराणकोष से
रावण का श्वसुर एक नृप । इसकी रानी मनोवेगा से उत्पन्न अशोकलता का विवाह गांधर्व विधि से रावण के साथ हुआ था यह मय का मंत्री था और इसने दशानन की दक्षिणी-विजय की यात्रा में उनका साथ दिया था । यह राजा सीता के स्वयंवर में भी सम्मिलित हुआ था । पद्मपुराण 8.104-108, 269-271, 28.215