ईर्या: Difference between revisions
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[[सर्वार्थसिद्धि]] अध्याय संख्या ६/४/३२१/१ ईरणमीर्या योगो गतिरित्यर्थः।< | <p class="SanskritPrakritSentence">[[सर्वार्थसिद्धि]] अध्याय संख्या ६/४/३२१/१ ईरणमीर्या योगो गतिरित्यर्थः।</p> | ||
<p class="HindiSentence">= ईर्याकी व्युत्पत्ति ईरणं होगी। इसका अर्थ गति है।</p> | |||
([[राजवार्तिक | राजवार्तिक]] अध्याय संख्या ६/४/६/५०८/१७)<br> | |||
<p class="SanskritPrakritSentence">[[धवला]] पुस्तक संख्या ३/५,४,२४/४७/१० ईर्या योगः।</p> | |||
<p class="HindiSentence">= ईर्याका अर्थ योग है।</p> | |||
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Revision as of 03:12, 26 May 2009
सर्वार्थसिद्धि अध्याय संख्या ६/४/३२१/१ ईरणमीर्या योगो गतिरित्यर्थः।
= ईर्याकी व्युत्पत्ति ईरणं होगी। इसका अर्थ गति है।
( राजवार्तिक अध्याय संख्या ६/४/६/५०८/१७)
धवला पुस्तक संख्या ३/५,४,२४/४७/१० ईर्या योगः।
= ईर्याका अर्थ योग है।