महामंडप: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> | <p> तीर्थंकर के जन्माभिषेक के समय इंद्र द्वारा रचित मंडप । इसके नीचे समस्त प्राणी निराबाध बैठ सकते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 13.104-105 </span></p> | ||
Revision as of 16:31, 19 August 2020
तीर्थंकर के जन्माभिषेक के समय इंद्र द्वारा रचित मंडप । इसके नीचे समस्त प्राणी निराबाध बैठ सकते हैं । महापुराण 13.104-105