माल्य: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 2: | Line 2: | ||
<ol> | <ol> | ||
<li> विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–देखें [[ विद्याधर ]]</li> | <li> विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–देखें [[ विद्याधर ]]</li> | ||
<li> भरतक्षेत्र पश्चिम | <li> भरतक्षेत्र पश्चिम आर्यखंड का एक देश–देखें [[ मनुष्य#4 | मनुष्य - 4]]। </li> | ||
</ol> | </ol> | ||
Line 15: | Line 15: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p id="1">(1) भरतेश के छोटे भाइयों द्वारा त्यक्त देशों में भरतक्षेत्र के पश्चिम | <p id="1">(1) भरतेश के छोटे भाइयों द्वारा त्यक्त देशों में भरतक्षेत्र के पश्चिम आर्यखंड का एक देश । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 11. 71 </span></p> | ||
<p id="2">(2) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का चवालीसवाँ नगर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 22. 90 </span></p> | <p id="2">(2) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का चवालीसवाँ नगर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 22. 90 </span></p> | ||
Revision as of 16:32, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से ==
- विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर–देखें विद्याधर
- भरतक्षेत्र पश्चिम आर्यखंड का एक देश–देखें मनुष्य - 4।
पुराणकोष से
(1) भरतेश के छोटे भाइयों द्वारा त्यक्त देशों में भरतक्षेत्र के पश्चिम आर्यखंड का एक देश । हरिवंशपुराण 11. 71
(2) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का चवालीसवाँ नगर । हरिवंशपुराण 22. 90