लाटी संहिता: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
(No difference)
|
Revision as of 16:33, 19 August 2020
षं. राजमल्लजी ने ई. 1584 में रचा था। यह श्रावकाचार विषयक ग्रंथ है। इसमें 7 सर्ग और कुल 1400 श्लोक हैं। (ती. /4/80)।