वसंतसेना: Difference between revisions
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<p id="4">(4) | <p id="4">(4) चंपापुरी की वेश्या कलिंगसेना की पुत्री । चारुदत्त इस पर आसक्त होकर इसके घर बारह वर्ष तक रहा । <span class="GRef"> महापुराण 72. 258, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 21. 41, 59, 64.134 </span></p> | ||
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Revision as of 16:34, 19 August 2020
(1) वत्स्वोकसार नगर के राजा विद्याधर समुद्रसेन और रानी जयसेना की पुत्री । यह कनकशांति की दूसरी रानी थी । महापुराण 63.117-119, पांडवपुराण 5.40-41
(2) कौशांबी के राजा विंध्यसेन की पुत्री । पद्मपुराण 13. 73-99 देखें वसंतसुंदरी
(3) विजयनगर के राजा महानद की रानी । यह हरिवाहन की जननी थी । महापुराण 8. 227-228
(4) चंपापुरी की वेश्या कलिंगसेना की पुत्री । चारुदत्त इस पर आसक्त होकर इसके घर बारह वर्ष तक रहा । महापुराण 72. 258, हरिवंशपुराण 21. 41, 59, 64.134