विजयसेना: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p id="1">(1) साकेत नगर के राजा जितशत्रु की रानी । यह | <p id="1">(1) साकेत नगर के राजा जितशत्रु की रानी । यह तीर्थंकर अजितनाथ की जननी थी । <span class="GRef"> महापुराण 48.19 </span></p> | ||
<p id="2">(2) विजयखेट नगर के क्षत्रिय | <p id="2">(2) विजयखेट नगर के क्षत्रिय गंधर्वाचार्य सुग्रीव की छोटी पुत्री । इसकी बड़ी बहिन सोमा थी । वसुदेव ने इन दोनों बहिनों को गंधर्व विद्या में पराजित किया था । अत संतुष्ट होकर इनके पिता ने दोनों कन्याएँ वसुदेव को दे दी थीं । अक्रूर इसी का पुत्र था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 19.52-59 </span></p> | ||
<p id="3">(3) अमितगति विद्याधर की प्रथम स्त्री । | <p id="3">(3) अमितगति विद्याधर की प्रथम स्त्री । गंधर्वसेना इसकी पुत्री थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 21.118-120 </span>देखें [[ अमितगति ]]</p> | ||
Line 7: | Line 7: | ||
[[ विजयसेन | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ विजयसेन | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ विजयस्यंदन | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: व]] | [[Category: व]] |
Revision as of 16:35, 19 August 2020
(1) साकेत नगर के राजा जितशत्रु की रानी । यह तीर्थंकर अजितनाथ की जननी थी । महापुराण 48.19
(2) विजयखेट नगर के क्षत्रिय गंधर्वाचार्य सुग्रीव की छोटी पुत्री । इसकी बड़ी बहिन सोमा थी । वसुदेव ने इन दोनों बहिनों को गंधर्व विद्या में पराजित किया था । अत संतुष्ट होकर इनके पिता ने दोनों कन्याएँ वसुदेव को दे दी थीं । अक्रूर इसी का पुत्र था । हरिवंशपुराण 19.52-59
(3) अमितगति विद्याधर की प्रथम स्त्री । गंधर्वसेना इसकी पुत्री थी । हरिवंशपुराण 21.118-120 देखें अमितगति