श्रुतबुद्धि: Difference between revisions
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<p> नैद्यावर्तपुर के राजा अतिवीर्य का दूत । राजा की दासता स्वीकार करने या अयोध्या छोड़कर समुद्र के उस पार चले जाने का | <p> नैद्यावर्तपुर के राजा अतिवीर्य का दूत । राजा की दासता स्वीकार करने या अयोध्या छोड़कर समुद्र के उस पार चले जाने का संदेश भरत के पास यही ले गया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 37.31-36 </span></p> | ||
Revision as of 16:38, 19 August 2020
नैद्यावर्तपुर के राजा अतिवीर्य का दूत । राजा की दासता स्वीकार करने या अयोध्या छोड़कर समुद्र के उस पार चले जाने का संदेश भरत के पास यही ले गया था । पद्मपुराण 37.31-36