सुप्रबुद्ध: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) अधोग्रैवेयक का तीसरा | <p id="1"> (1) अधोग्रैवेयक का तीसरा इंद्रक विमान । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.52 </span></p> | ||
<p id="2">(2) रुचकगिरि का दक्षिण दिशा | <p id="2">(2) रुचकगिरि का दक्षिण दिशा संबंधी कूट । सुप्रणिधि दिक्कुमारी देवी की यह निवासभूमि है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.708 </span></p> | ||
Revision as of 16:39, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से == रुचक पर्वत निवासिनी दिक्कुमारी देवी-देखें लोक - 5.13।
पुराणकोष से
(1) अधोग्रैवेयक का तीसरा इंद्रक विमान । हरिवंशपुराण 6.52
(2) रुचकगिरि का दक्षिण दिशा संबंधी कूट । सुप्रणिधि दिक्कुमारी देवी की यह निवासभूमि है । हरिवंशपुराण 5.708