खेद: Difference between revisions
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नियमसार (ता.वृ./6/14/4)<span class="PrakritText"> अनिष्टलाभ: खेद:।</span>=<span class="HindiText">अनिष्ट की प्राप्ति (अर्थात् कोई वस्तु अनिष्ट लगना) वह खेद है। </span> | <span class="GRef"> नियमसार </span>(ता.वृ./6/14/4)<span class="PrakritText"> अनिष्टलाभ: खेद:।</span>=<span class="HindiText">अनिष्ट की प्राप्ति (अर्थात् कोई वस्तु अनिष्ट लगना) वह खेद है। </span> | ||
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Revision as of 12:59, 14 October 2020
नियमसार (ता.वृ./6/14/4) अनिष्टलाभ: खेद:।=अनिष्ट की प्राप्ति (अर्थात् कोई वस्तु अनिष्ट लगना) वह खेद है।