च्यवन कल्प: Difference between revisions
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भगवती आराधना/285/501/8 <span class="SanskritText">वर्जय अतिचारप्रकारं ज्ञानदर्शनचारित्रविषयं ...च्यवनकल्पेनोच्यंते। </span>=<span class="HindiText">दर्शन ज्ञान चारित्र के अतिचारों का टालना च्यवनकल्प के द्वारा कहा जाता है। </span> | <span class="GRef"> भगवती आराधना/285/501/8 </span><span class="SanskritText">वर्जय अतिचारप्रकारं ज्ञानदर्शनचारित्रविषयं ...च्यवनकल्पेनोच्यंते। </span>=<span class="HindiText">दर्शन ज्ञान चारित्र के अतिचारों का टालना च्यवनकल्प के द्वारा कहा जाता है। </span> | ||
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Revision as of 13:00, 14 October 2020
भगवती आराधना/285/501/8 वर्जय अतिचारप्रकारं ज्ञानदर्शनचारित्रविषयं ...च्यवनकल्पेनोच्यंते। =दर्शन ज्ञान चारित्र के अतिचारों का टालना च्यवनकल्प के द्वारा कहा जाता है।