परात्मा: Difference between revisions
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<p> समाधिशतक/ टी.6/225/15 <span class="SanskritText">परात्मा संसारिजीवेभ्यः उत्कृष्ट आत्मा।</span> =<span class="HindiText"> संसारी में से जो उत्कृष्ट बन जाती है, उसे परात्मा कहते हैं। </span></p> | <p><span class="GRef"> समाधिशतक/ </span>टी.6/225/15 <span class="SanskritText">परात्मा संसारिजीवेभ्यः उत्कृष्ट आत्मा।</span> =<span class="HindiText"> संसारी में से जो उत्कृष्ट बन जाती है, उसे परात्मा कहते हैं। </span></p> | ||
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Revision as of 13:00, 14 October 2020
समाधिशतक/ टी.6/225/15 परात्मा संसारिजीवेभ्यः उत्कृष्ट आत्मा। = संसारी में से जो उत्कृष्ट बन जाती है, उसे परात्मा कहते हैं।