पामीर: Difference between revisions
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जंबूद्वीपपण्णत्तिसंगहो/ प्र./पृ./ A.N.Up. H.L.Jain ‘पामीर का पूर्व प्रदेश चीनी तुर्किस्तान है। (140)। हिंदुकुशपर्वत का विस्तार वर्तमान भूगोल के अनुसार पामीर प्रदेश और काबुल के पश्चिम कोहे बाबा तक माना जाता है। (41)। वर्तमान भूगोल के अनुसार पामीर का मान 150 ×150 मील है। वह चारों ओर हिंदुकुश, काराकोरम, काशार, कर्तार पहाड़ों से घिरा हुआ है। - पौराणिक काल में इसका नाम मेरुमंडल या कांबोज था। | <span class="GRef"> जंबूद्वीपपण्णत्तिसंगहो/ </span>प्र./पृ./ A.N.Up. H.L.Jain ‘पामीर का पूर्व प्रदेश चीनी तुर्किस्तान है। (140)। हिंदुकुशपर्वत का विस्तार वर्तमान भूगोल के अनुसार पामीर प्रदेश और काबुल के पश्चिम कोहे बाबा तक माना जाता है। (41)। वर्तमान भूगोल के अनुसार पामीर का मान 150 ×150 मील है। वह चारों ओर हिंदुकुश, काराकोरम, काशार, कर्तार पहाड़ों से घिरा हुआ है। - पौराणिक काल में इसका नाम मेरुमंडल या कांबोज था। | ||
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Revision as of 13:01, 14 October 2020
जंबूद्वीपपण्णत्तिसंगहो/ प्र./पृ./ A.N.Up. H.L.Jain ‘पामीर का पूर्व प्रदेश चीनी तुर्किस्तान है। (140)। हिंदुकुशपर्वत का विस्तार वर्तमान भूगोल के अनुसार पामीर प्रदेश और काबुल के पश्चिम कोहे बाबा तक माना जाता है। (41)। वर्तमान भूगोल के अनुसार पामीर का मान 150 ×150 मील है। वह चारों ओर हिंदुकुश, काराकोरम, काशार, कर्तार पहाड़ों से घिरा हुआ है। - पौराणिक काल में इसका नाम मेरुमंडल या कांबोज था।