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<p> पंचाध्यायी / पूर्वार्ध/60 <span class="SanskritText">अपि चांशः पर्यायो भागो हारो विधा प्रकारश्च। भेदश्छेदो भंगः शब्दाश्चैकार्थवाचका एते। 60।</span> = <span class="HindiText">और अंश, पर्याय, भाग, हार, विधा, प्रकार तथा भेद, छेद और भंग ये सब शब्द एक ही अर्थ के वाचक हैं। 60। </span></p> | <p><span class="GRef"> पंचाध्यायी / पूर्वार्ध/60 </span><span class="SanskritText">अपि चांशः पर्यायो भागो हारो विधा प्रकारश्च। भेदश्छेदो भंगः शब्दाश्चैकार्थवाचका एते। 60।</span> = <span class="HindiText">और अंश, पर्याय, भाग, हार, विधा, प्रकार तथा भेद, छेद और भंग ये सब शब्द एक ही अर्थ के वाचक हैं। 60। </span></p> | ||
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Revision as of 13:01, 14 October 2020
पंचाध्यायी / पूर्वार्ध/60 अपि चांशः पर्यायो भागो हारो विधा प्रकारश्च। भेदश्छेदो भंगः शब्दाश्चैकार्थवाचका एते। 60। = और अंश, पर्याय, भाग, हार, विधा, प्रकार तथा भेद, छेद और भंग ये सब शब्द एक ही अर्थ के वाचक हैं। 60।