प्रतिघात: Difference between revisions
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<p> सर्वार्थसिद्धि/2/40/193/9 <span class="SanskritText">मूर्तिमतो मूर्त्यंतरेण व्याघातः प्रतिघातः । </span>= <span class="HindiText">एक मूर्तीक पदार्थ का दूसरे मूर्तीक पदार्थ के द्वारा जो व्याघात होता है, उसे प्रतिघात कहते हैं । ( राजवार्तिक/2/40/1/149/4 ) ।</span></p> | <p><span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि/2/40/193/9 </span><span class="SanskritText">मूर्तिमतो मूर्त्यंतरेण व्याघातः प्रतिघातः । </span>= <span class="HindiText">एक मूर्तीक पदार्थ का दूसरे मूर्तीक पदार्थ के द्वारा जो व्याघात होता है, उसे प्रतिघात कहते हैं । (<span class="GRef"> राजवार्तिक/2/40/1/149/4 </span>) ।</span></p> | ||
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Revision as of 13:01, 14 October 2020
सर्वार्थसिद्धि/2/40/193/9 मूर्तिमतो मूर्त्यंतरेण व्याघातः प्रतिघातः । = एक मूर्तीक पदार्थ का दूसरे मूर्तीक पदार्थ के द्वारा जो व्याघात होता है, उसे प्रतिघात कहते हैं । ( राजवार्तिक/2/40/1/149/4 ) ।