बालनंदि: Difference between revisions
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नंदिसंघ देशीयगण के अनुसार आप वीरनंदि नं. 3 के शिष्य तथा जंबूदीवपण्णत्ति के कर्ता पद्मनंदि नं. 4 (ई. 993-1043) के गुरु थे । पद्मनंदि नं. 4 के अनुसार इनका समय ई. 998-1023 आता है । - देखें [[ इतिहास#7.5 | इतिहास - 7.5 ]](पं.सं./प्र.39/A.N.Up.); (पं. वि./प्र./12/A.N.Up.); ( जंबूद्वीपपण्णत्तिसंगहो/ प्र. 13/A.N.Up); (व.सु.श्रा./प्र./18/पं. गजाधरलाल) । | नंदिसंघ देशीयगण के अनुसार आप वीरनंदि नं. 3 के शिष्य तथा जंबूदीवपण्णत्ति के कर्ता पद्मनंदि नं. 4 (ई. 993-1043) के गुरु थे । पद्मनंदि नं. 4 के अनुसार इनका समय ई. 998-1023 आता है । - देखें [[ इतिहास#7.5 | इतिहास - 7.5 ]](पं.सं./प्र.39/A.N.Up.); (पं. वि./प्र./12/A.N.Up.); (<span class="GRef"> जंबूद्वीपपण्णत्तिसंगहो/ </span>प्र. 13/A.N.Up); (व.सु.श्रा./प्र./18/पं. गजाधरलाल) । | ||
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Revision as of 13:01, 14 October 2020
नंदिसंघ देशीयगण के अनुसार आप वीरनंदि नं. 3 के शिष्य तथा जंबूदीवपण्णत्ति के कर्ता पद्मनंदि नं. 4 (ई. 993-1043) के गुरु थे । पद्मनंदि नं. 4 के अनुसार इनका समय ई. 998-1023 आता है । - देखें इतिहास - 7.5 (पं.सं./प्र.39/A.N.Up.); (पं. वि./प्र./12/A.N.Up.); ( जंबूद्वीपपण्णत्तिसंगहो/ प्र. 13/A.N.Up); (व.सु.श्रा./प्र./18/पं. गजाधरलाल) ।