ब्रह्मसेन: Difference between revisions
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लाड़बागड़ संघ की गुर्वावली के अनुसार आप जयसेन के शिष्य तथा वीरसेन के गुरु थे । समय - वि. 1080 (ई. 1013) ( सिद्धांतसार संग्रह की प्रशस्ति/12/88-95) (जयसेनाचार्यकृतधर्मरत्नाकर ग्रंथ की प्रशस्ति । ( सिद्धांतसार संग्रह/ प्र./8/A.N.Up.)- देखें [[ इतिहास#7.10 | इतिहास - 7.10 ]]। | लाड़बागड़ संघ की गुर्वावली के अनुसार आप जयसेन के शिष्य तथा वीरसेन के गुरु थे । समय - वि. 1080 (ई. 1013) (<span class="GRef"> सिद्धांतसार संग्रह </span>की प्रशस्ति/12/88-95) (जयसेनाचार्यकृतधर्मरत्नाकर ग्रंथ की प्रशस्ति । (<span class="GRef"> सिद्धांतसार संग्रह/ </span>प्र./8/A.N.Up.)- देखें [[ इतिहास#7.10 | इतिहास - 7.10 ]]। | ||
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Revision as of 13:01, 14 October 2020
लाड़बागड़ संघ की गुर्वावली के अनुसार आप जयसेन के शिष्य तथा वीरसेन के गुरु थे । समय - वि. 1080 (ई. 1013) ( सिद्धांतसार संग्रह की प्रशस्ति/12/88-95) (जयसेनाचार्यकृतधर्मरत्नाकर ग्रंथ की प्रशस्ति । ( सिद्धांतसार संग्रह/ प्र./8/A.N.Up.)- देखें इतिहास - 7.10 ।