शैक्ष: Difference between revisions
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<span class="SanskritText"> सर्वार्थसिद्धि/9/24/442/8 शिक्षाशील: शैक्ष:।</span> =<span class="HindiText">शिक्षा शील (साधु) शैक्ष कहलाता है।</span> | <span class="SanskritText"><span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि/9/24/442/8 </span>शिक्षाशील: शैक्ष:।</span> =<span class="HindiText">शिक्षा शील (साधु) शैक्ष कहलाता है।</span> | ||
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<span class="SanskritText"> राजवार्तिक/6/24/6/623/17 श्रुतज्ञानशिक्षणपर: अनुपरव्रतभावनानिपुण: शैक्षक इति।</span> =<span class="HindiText">श्रुतज्ञान के शिक्षण में तत्पर और सतत व्रत भावना में निपुण (साधु) शैक्ष है ( चारित्रसार/151/2 )।</span></p> | <span class="SanskritText"><span class="GRef"> राजवार्तिक/6/24/6/623/17 </span>श्रुतज्ञानशिक्षणपर: अनुपरव्रतभावनानिपुण: शैक्षक इति।</span> =<span class="HindiText">श्रुतज्ञान के शिक्षण में तत्पर और सतत व्रत भावना में निपुण (साधु) शैक्ष है (<span class="GRef"> चारित्रसार/151/2 </span>)।</span></p> | ||
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Revision as of 13:02, 14 October 2020
सर्वार्थसिद्धि/9/24/442/8 शिक्षाशील: शैक्ष:। =शिक्षा शील (साधु) शैक्ष कहलाता है।
राजवार्तिक/6/24/6/623/17 श्रुतज्ञानशिक्षणपर: अनुपरव्रतभावनानिपुण: शैक्षक इति। =श्रुतज्ञान के शिक्षण में तत्पर और सतत व्रत भावना में निपुण (साधु) शैक्ष है ( चारित्रसार/151/2 )।