सामीप्य: Difference between revisions
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राजवार्तिक/4/18/1/223/12 तुल्यजातीयेनाव्यवधानं सामीप्यम् । =तुल्य जातीयों के बीच में दूसरे पदार्थों का न आना सामीप्य है। | <span class="GRef"> राजवार्तिक/4/18/1/223/12 </span>तुल्यजातीयेनाव्यवधानं सामीप्यम् । =तुल्य जातीयों के बीच में दूसरे पदार्थों का न आना सामीप्य है। | ||
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Revision as of 13:02, 14 October 2020
राजवार्तिक/4/18/1/223/12 तुल्यजातीयेनाव्यवधानं सामीप्यम् । =तुल्य जातीयों के बीच में दूसरे पदार्थों का न आना सामीप्य है।