अध्वा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> द्वीप-सागरों की एक दिशा का विस्तार, । इसे दुगुना करने पर रज्जु का प्रमाण निकलता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 7.51-52 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> द्वीप-सागरों की एक दिशा का विस्तार, । इसे दुगुना करने पर रज्जु का प्रमाण निकलता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 7.51-52 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:51, 14 November 2020
द्वीप-सागरों की एक दिशा का विस्तार, । इसे दुगुना करने पर रज्जु का प्रमाण निकलता है । हरिवंशपुराण 7.51-52