अनल: Difference between revisions
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<p id="1">(1) अग्नि । यह स्वयं में पवित्र एवं देवरूप नहीं किंतु अर्हंत पूजा के संबंध से पवित्र तथा निर्वाण क्षेत्र के समान पूज्य है । <span class="GRef"> महापुराण 40.88, 89 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) अग्नि । यह स्वयं में पवित्र एवं देवरूप नहीं किंतु अर्हंत पूजा के संबंध से पवित्र तथा निर्वाण क्षेत्र के समान पूज्य है । <span class="GRef"> महापुराण 40.88, 89 </span></p> | ||
<p id="2">(2) सिंधु तट का एक देश । लवणांकुश ने यहाँ के नृप पर विजय प्राप्त की थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 101.77-78 </span></p> | <p id="2">(2) सिंधु तट का एक देश । लवणांकुश ने यहाँ के नृप पर विजय प्राप्त की थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 101.77-78 </span></p> | ||
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Revision as of 16:51, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
- देखें अग्नि ।
पुराणकोष से
(1) अग्नि । यह स्वयं में पवित्र एवं देवरूप नहीं किंतु अर्हंत पूजा के संबंध से पवित्र तथा निर्वाण क्षेत्र के समान पूज्य है । महापुराण 40.88, 89
(2) सिंधु तट का एक देश । लवणांकुश ने यहाँ के नृप पर विजय प्राप्त की थी । पद्मपुराण 101.77-78