अन्योन्याभ्यस्तराशि: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="SanskritText">गोम्मट्टसार कर्मकांड / मूल गाथा 937/1137 इट्ठसलायपमाणे दुगसंवग्गे कदेदु इट्ठस्स। पयडिस्स य अण्णोण्णाभत्थपमाणं हवे णियमा।</p> | <p class="SanskritText">गोम्मट्टसार कर्मकांड / मूल गाथा 937/1137 इट्ठसलायपमाणे दुगसंवग्गे कदेदु इट्ठस्स। पयडिस्स य अण्णोण्णाभत्थपमाणं हवे णियमा।</p> | ||
<p class="HindiText">= अपनी-अपनी इष्ट शलाका जो नाना गुणहानि शलाका तीहिं प्रमाण दोयके अंक मांडि परस्पर गुणै अपनी इष्ट प्रकृतिका अन्योन्याभ्यास्त राशिका प्रमाण ही है।</p> | <p class="HindiText">= अपनी-अपनी इष्ट शलाका जो नाना गुणहानि शलाका तीहिं प्रमाण दोयके अंक मांडि परस्पर गुणै अपनी इष्ट प्रकृतिका अन्योन्याभ्यास्त राशिका प्रमाण ही है।</p> | ||
<p>( | <p>(<span class="GRef"> गोम्मटसार कर्मकांड/ </span>भाषा/922/1106/3) (<span class="GRef"> गोम्मटसार जीवकांड/ </span>भाषा/59/156/9/) (विशेष देखें [[ गणित#II.6.2 | गणित - II.6.2]])।</p> | ||
<p>2. प्रत्येक कर्मकी अन्योन्याभ्यस्त राशि-देखें [[ गणित#II.6.4 | गणित - II.6.4]]।</p> | <p>2. प्रत्येक कर्मकी अन्योन्याभ्यस्त राशि-देखें [[ गणित#II.6.4 | गणित - II.6.4]]।</p> | ||
Revision as of 16:51, 14 November 2020
गोम्मट्टसार कर्मकांड / मूल गाथा 937/1137 इट्ठसलायपमाणे दुगसंवग्गे कदेदु इट्ठस्स। पयडिस्स य अण्णोण्णाभत्थपमाणं हवे णियमा।
= अपनी-अपनी इष्ट शलाका जो नाना गुणहानि शलाका तीहिं प्रमाण दोयके अंक मांडि परस्पर गुणै अपनी इष्ट प्रकृतिका अन्योन्याभ्यास्त राशिका प्रमाण ही है।
( गोम्मटसार कर्मकांड/ भाषा/922/1106/3) ( गोम्मटसार जीवकांड/ भाषा/59/156/9/) (विशेष देखें गणित - II.6.2)।
2. प्रत्येक कर्मकी अन्योन्याभ्यस्त राशि-देखें गणित - II.6.4।