अप्रमेयत्व: Difference between revisions
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<p> मुक्त जीव का एक गुण । इस गुण को प्राप्ति के लिए ‘‘अप्रमेयाय नमः’’ यह पीठिका-मंत्र है । <span class="GRef"> महापुराण 40. 16, 42-103 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> मुक्त जीव का एक गुण । इस गुण को प्राप्ति के लिए ‘‘अप्रमेयाय नमः’’ यह पीठिका-मंत्र है । <span class="GRef"> महापुराण 40. 16, 42-103 </span></p> | ||
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Revision as of 16:51, 14 November 2020
मुक्त जीव का एक गुण । इस गुण को प्राप्ति के लिए ‘‘अप्रमेयाय नमः’’ यह पीठिका-मंत्र है । महापुराण 40. 16, 42-103