आलोकिनी: Difference between revisions
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<p> दूसरों के मनोगतभावों को जानने में सहायक विद्या । यह विद्या मनोयोग विद्याधर की रानी मनोवेगा को सिद्ध थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.42-43 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> दूसरों के मनोगतभावों को जानने में सहायक विद्या । यह विद्या मनोयोग विद्याधर की रानी मनोवेगा को सिद्ध थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.42-43 </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
दूसरों के मनोगतभावों को जानने में सहायक विद्या । यह विद्या मनोयोग विद्याधर की रानी मनोवेगा को सिद्ध थी । महापुराण 75.42-43