उत्तरकुरु कूट: Difference between revisions
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<p>गंधमादन पर्वतपर स्थित एक कूट। माल्यवान गजदंतपर स्थित एक कूट व उसका स्वामी देव - देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]]।</p> | <p>गंधमादन पर्वतपर स्थित एक कूट। माल्यवान गजदंतपर स्थित एक कूट व उसका स्वामी देव - देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]]।</p> | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p id="1">(1) गंधमादन पर्वत पर स्थित सात कूटी में एक कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.217 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) गंधमादन पर्वत पर स्थित सात कूटी में एक कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.217 </span></p> | ||
<p id="2">(2) माल्यवान् पर्वत पर स्थित नौ कूटों में एक कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5. 219 </span></p> | <p id="2">(2) माल्यवान् पर्वत पर स्थित नौ कूटों में एक कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5. 219 </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
गंधमादन पर्वतपर स्थित एक कूट। माल्यवान गजदंतपर स्थित एक कूट व उसका स्वामी देव - देखें लोक - 5.4।
पुराणकोष से
(1) गंधमादन पर्वत पर स्थित सात कूटी में एक कूट । हरिवंशपुराण 5.217
(2) माल्यवान् पर्वत पर स्थित नौ कूटों में एक कूट । हरिवंशपुराण 5. 219