खंडवन: Difference between revisions
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<p> एक वन । महावीर की दीक्षा भूमि । अपरनाम खंडवन । अर्जुन ने एक ब्राह्मण से अग्नि, जल, सर्प, गरुड, मेघ आदि बाण प्राप्त किये थे । उनमें से दावानल नामक बाण से उसने इसे जलाया था । <span class="GRef"> महापुराण 74.302-304, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 16. 65-76, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 12.86-87 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> एक वन । महावीर की दीक्षा भूमि । अपरनाम खंडवन । अर्जुन ने एक ब्राह्मण से अग्नि, जल, सर्प, गरुड, मेघ आदि बाण प्राप्त किये थे । उनमें से दावानल नामक बाण से उसने इसे जलाया था । <span class="GRef"> महापुराण 74.302-304, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 16. 65-76, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 12.86-87 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
एक वन । महावीर की दीक्षा भूमि । अपरनाम खंडवन । अर्जुन ने एक ब्राह्मण से अग्नि, जल, सर्प, गरुड, मेघ आदि बाण प्राप्त किये थे । उनमें से दावानल नामक बाण से उसने इसे जलाया था । महापुराण 74.302-304, पांडवपुराण 16. 65-76, वीरवर्द्धमान चरित्र 12.86-87