गरुडवेग: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के कनकपुर नगर का राजा । धृतिषेणा इसकी रानी थी । <span class="GRef"> महापुराण 63. 164-165 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के कनकपुर नगर का राजा । धृतिषेणा इसकी रानी थी । <span class="GRef"> महापुराण 63. 164-165 </span></p> | ||
<p id="2">(2) विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी के गगनवल्लभ नगर का राजा । धारिणी इसकी रानी और गंधर्वदत्ता पुत्री थी । <span class="GRef"> महापुराण 75. 301-304 </span></p> | <p id="2">(2) विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी के गगनवल्लभ नगर का राजा । धारिणी इसकी रानी और गंधर्वदत्ता पुत्री थी । <span class="GRef"> महापुराण 75. 301-304 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
(1) भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के कनकपुर नगर का राजा । धृतिषेणा इसकी रानी थी । महापुराण 63. 164-165
(2) विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी के गगनवल्लभ नगर का राजा । धारिणी इसकी रानी और गंधर्वदत्ता पुत्री थी । महापुराण 75. 301-304