गंधर्वदत्ता: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) वसुदेव की रानी । वसुदेव की वीणा बजाने में कुशलता से प्रसन्न होकर इसने उसका वरण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 302-304 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) वसुदेव की रानी । वसुदेव की वीणा बजाने में कुशलता से प्रसन्न होकर इसने उसका वरण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 302-304 </span></p> | ||
<p id="2">(2) जीवंधर कुमार की पत्नी । यह रमणीय नगर के निवासी विद्याधर गरुड़वेग और उसकी रानी धारिणी की पुत्री थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.302-304, 324-336, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 11.25-29 </span></p> | <p id="2">(2) जीवंधर कुमार की पत्नी । यह रमणीय नगर के निवासी विद्याधर गरुड़वेग और उसकी रानी धारिणी की पुत्री थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.302-304, 324-336, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 11.25-29 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
(1) वसुदेव की रानी । वसुदेव की वीणा बजाने में कुशलता से प्रसन्न होकर इसने उसका वरण किया था । महापुराण 70. 302-304
(2) जीवंधर कुमार की पत्नी । यह रमणीय नगर के निवासी विद्याधर गरुड़वेग और उसकी रानी धारिणी की पुत्री थी । महापुराण 75.302-304, 324-336, पांडवपुराण 11.25-29