चक्रध्वज: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) विद्याधरी के वंश में उत्पन्न एक राजा । यह चक्रायुध का पुत्र और मणिग्रीव का पिता था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.50-51 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विद्याधरी के वंश में उत्पन्न एक राजा । यह चक्रायुध का पुत्र और मणिग्रीव का पिता था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.50-51 </span></p> | ||
<p id="2">(2) चक्रपुर नगर का राजा । इसकी स्त्री का नाम मनस्विनी था । चित्तोसवा इन दोनों की पुत्री थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 26.4-5 </span></p> | <p id="2">(2) चक्रपुर नगर का राजा । इसकी स्त्री का नाम मनस्विनी था । चित्तोसवा इन दोनों की पुत्री थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 26.4-5 </span></p> | ||
<p id="3">(3) वीतशोक नगर का राजा । यह नगर पुष्करवर द्वीप के पश्चिम मेरु पर्वत से पश्चिम की ओर स्थित सरित् देश में था । <span class="GRef"> महापुराण 62.364-368 </span></p> | <p id="3">(3) वीतशोक नगर का राजा । यह नगर पुष्करवर द्वीप के पश्चिम मेरु पर्वत से पश्चिम की ओर स्थित सरित् देश में था । <span class="GRef"> महापुराण 62.364-368 </span></p> | ||
<p id="4">(4) चक्र-चिह्नांकित समवसरण की ध्वजा । <span class="GRef"> महापुराण 22.235 </span></p> | <p id="4">(4) चक्र-चिह्नांकित समवसरण की ध्वजा । <span class="GRef"> महापुराण 22.235 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
(1) विद्याधरी के वंश में उत्पन्न एक राजा । यह चक्रायुध का पुत्र और मणिग्रीव का पिता था । पद्मपुराण 5.50-51
(2) चक्रपुर नगर का राजा । इसकी स्त्री का नाम मनस्विनी था । चित्तोसवा इन दोनों की पुत्री थी । पद्मपुराण 26.4-5
(3) वीतशोक नगर का राजा । यह नगर पुष्करवर द्वीप के पश्चिम मेरु पर्वत से पश्चिम की ओर स्थित सरित् देश में था । महापुराण 62.364-368
(4) चक्र-चिह्नांकित समवसरण की ध्वजा । महापुराण 22.235