जलदकुमार: Difference between revisions
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<p>मेघकुमार जाति के देव । ये तीर्थंकरों के जन्माभिषेक के समय अमृत से मिले हुए जल-कणों की अखंड धारा छोड़ते हैं—मंद-मंद, जलवृष्टि करते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 13.209 </span></p> | <div class="HindiText"> <p>मेघकुमार जाति के देव । ये तीर्थंकरों के जन्माभिषेक के समय अमृत से मिले हुए जल-कणों की अखंड धारा छोड़ते हैं—मंद-मंद, जलवृष्टि करते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 13.209 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
मेघकुमार जाति के देव । ये तीर्थंकरों के जन्माभिषेक के समय अमृत से मिले हुए जल-कणों की अखंड धारा छोड़ते हैं—मंद-मंद, जलवृष्टि करते हैं । महापुराण 13.209