ध्वजा: Difference between revisions
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<p> समवसरण के ध्वजस्तंभों पर सुशोभित ध्वजाएँ । माला, वस्त्र, मयूर, कमल, हंस, गरुड़, सिंह बैल, हाथी और चक्र के चिह्नों ये अंकित होने के कारण ये दस प्रकार की होती है । ये प्रत्येक दिशा में एक-एक प्रकार की एक सौ आठ रहती है । इस प्रकार कुल चारों दिशाओं में ये चार हजार तीन सौ बीस होती है । <span class="GRef"> महापुराण 22.219-220, 238 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> समवसरण के ध्वजस्तंभों पर सुशोभित ध्वजाएँ । माला, वस्त्र, मयूर, कमल, हंस, गरुड़, सिंह बैल, हाथी और चक्र के चिह्नों ये अंकित होने के कारण ये दस प्रकार की होती है । ये प्रत्येक दिशा में एक-एक प्रकार की एक सौ आठ रहती है । इस प्रकार कुल चारों दिशाओं में ये चार हजार तीन सौ बीस होती है । <span class="GRef"> महापुराण 22.219-220, 238 </span></p> | ||
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Revision as of 16:54, 14 November 2020
समवसरण के ध्वजस्तंभों पर सुशोभित ध्वजाएँ । माला, वस्त्र, मयूर, कमल, हंस, गरुड़, सिंह बैल, हाथी और चक्र के चिह्नों ये अंकित होने के कारण ये दस प्रकार की होती है । ये प्रत्येक दिशा में एक-एक प्रकार की एक सौ आठ रहती है । इस प्रकार कुल चारों दिशाओं में ये चार हजार तीन सौ बीस होती है । महापुराण 22.219-220, 238
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