नागवती: Difference between revisions
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<p> चंपा-नगरी के राजा जनमेजय की रानी । यह काल-कल्प राजा की चंपा नगरी को घेर लेने पर पूर्व निर्मित सुरंग से अपनी पुत्रों के साथ निकलकर शतमन्यु ऋषि के आश्रम में आ गयी थी । इसने अपनी कन्या का विवाह चक्रवर्ती हरिषेण के साथ किया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 8.301-303, 392-393 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> चंपा-नगरी के राजा जनमेजय की रानी । यह काल-कल्प राजा की चंपा नगरी को घेर लेने पर पूर्व निर्मित सुरंग से अपनी पुत्रों के साथ निकलकर शतमन्यु ऋषि के आश्रम में आ गयी थी । इसने अपनी कन्या का विवाह चक्रवर्ती हरिषेण के साथ किया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 8.301-303, 392-393 </span></p> | ||
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Revision as of 16:54, 14 November 2020
चंपा-नगरी के राजा जनमेजय की रानी । यह काल-कल्प राजा की चंपा नगरी को घेर लेने पर पूर्व निर्मित सुरंग से अपनी पुत्रों के साथ निकलकर शतमन्यु ऋषि के आश्रम में आ गयी थी । इसने अपनी कन्या का विवाह चक्रवर्ती हरिषेण के साथ किया था । पद्मपुराण 8.301-303, 392-393