निधत्ताविधत्तक: Difference between revisions
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Revision as of 16:54, 14 November 2020
अग्रायणीपूर्व की पंचम वस्तु के बीस प्राभृतों में कर्म प्रकृति नामक चतुर्थ प्राभृत के चौबीस योगद्वारों में बीसवाँ योगद्बार । हरिवंशपुराण 10.81-85 देखें अग्रायणीयपूर्व