पद्मकूट: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) विदेहक्षेत्र के सोलह वक्षारागिरियों में पूर्व विदेहस्थ वक्षारगिरि । <span class="GRef"> महापुराण 63. 202, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.228 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विदेहक्षेत्र के सोलह वक्षारागिरियों में पूर्व विदेहस्थ वक्षारगिरि । <span class="GRef"> महापुराण 63. 202, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.228 </span></p> | ||
<p id="2">(2) रुचकवर पर्वत की पश्चिम दिशा में स्थित आठ कूटों में चतुर्थ कूट । यह पद्मावती देवी की निवास-भूमि है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5. 712-714 </span></p> | <p id="2">(2) रुचकवर पर्वत की पश्चिम दिशा में स्थित आठ कूटों में चतुर्थ कूट । यह पद्मावती देवी की निवास-भूमि है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5. 712-714 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
(1) विदेहक्षेत्र के सोलह वक्षारागिरियों में पूर्व विदेहस्थ वक्षारगिरि । महापुराण 63. 202, हरिवंशपुराण 5.228
(2) रुचकवर पर्वत की पश्चिम दिशा में स्थित आठ कूटों में चतुर्थ कूट । यह पद्मावती देवी की निवास-भूमि है । हरिवंशपुराण 5. 712-714