पराशर: Difference between revisions
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<span class="GRef"> पांडवपुराण/7/ </span>श्लोक-राजा शांतनु का पुत्र (76) तथा गांगेय (भीष्म) का पिता था (78-80)। एक समय धीरवर की कन्या गुणावती पर मोहित हो गया और ‘उसकी संतान को ही राज्य मिलेगा’ ऐसा वचन देकर उससे विवाह किया (83-115)। | <span class="GRef"> पांडवपुराण/7/ </span>श्लोक-राजा शांतनु का पुत्र (76) तथा गांगेय (भीष्म) का पिता था (78-80)। एक समय धीरवर की कन्या गुणावती पर मोहित हो गया और ‘उसकी संतान को ही राज्य मिलेगा’ ऐसा वचन देकर उससे विवाह किया (83-115)। | ||
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<p> हस्तिनापुर नगर के कौरववंशी राजा शक्ति और उसकी रानी शतकी का पुत्र । यह मत्स्य कुल में उत्पन्न राजपुत्री सत्यवती से विवाहित हुआ था । महर्षि व्यास का यह पिता था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 101-103 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> हस्तिनापुर नगर के कौरववंशी राजा शक्ति और उसकी रानी शतकी का पुत्र । यह मत्स्य कुल में उत्पन्न राजपुत्री सत्यवती से विवाहित हुआ था । महर्षि व्यास का यह पिता था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 101-103 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
पांडवपुराण/7/ श्लोक-राजा शांतनु का पुत्र (76) तथा गांगेय (भीष्म) का पिता था (78-80)। एक समय धीरवर की कन्या गुणावती पर मोहित हो गया और ‘उसकी संतान को ही राज्य मिलेगा’ ऐसा वचन देकर उससे विवाह किया (83-115)।
पुराणकोष से
हस्तिनापुर नगर के कौरववंशी राजा शक्ति और उसकी रानी शतकी का पुत्र । यह मत्स्य कुल में उत्पन्न राजपुत्री सत्यवती से विवाहित हुआ था । महर्षि व्यास का यह पिता था । महापुराण 70. 101-103