पुण्यास्रव: Difference between revisions
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
पुण्य की प्राप्ति । यह सरागी जीवों को उपादेय किंतु मुमुक्षुओं के लिए हेय होता है । वीरवर्द्धमान चरित्र 17.50