प्रभाकरी: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) पुष्करार्ध द्वीप के पश्चिमी भाग में स्थित वत्सकावती देश की नगरी । <span class="GRef"> महापुराण 7.33-34, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.264, 62.75 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) पुष्करार्ध द्वीप के पश्चिमी भाग में स्थित वत्सकावती देश की नगरी । <span class="GRef"> महापुराण 7.33-34, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.264, 62.75 </span></p> | ||
<p id="2">(2) मगध देश के सुप्रतिष्ठ नगर के निवासी श्रेणी सागरदत्त की भार्या । यह नागदत्त और कुबेरदत्त की जननी थी । <span class="GRef"> महापुराण 76. 216-218 </span></p> | <p id="2">(2) मगध देश के सुप्रतिष्ठ नगर के निवासी श्रेणी सागरदत्त की भार्या । यह नागदत्त और कुबेरदत्त की जननी थी । <span class="GRef"> महापुराण 76. 216-218 </span></p> | ||
<p id="3">(3) वत्स देश की कौशांबी नगरी के राजा विजय की रानी । यह चक्रवर्ती जयसेन को जननी थी । <span class="GRef"> महापुराण 69.78-82 </span></p> | <p id="3">(3) वत्स देश की कौशांबी नगरी के राजा विजय की रानी । यह चक्रवर्ती जयसेन को जननी थी । <span class="GRef"> महापुराण 69.78-82 </span></p> | ||
<p id="4">(4) कौशिकपुरी के राजा वर्ण की रानी । <span class="GRef"> पांडवपुराण 13. 5-6 </span></p> | <p id="4">(4) कौशिकपुरी के राजा वर्ण की रानी । <span class="GRef"> पांडवपुराण 13. 5-6 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
(1) पुष्करार्ध द्वीप के पश्चिमी भाग में स्थित वत्सकावती देश की नगरी । महापुराण 7.33-34, पांडवपुराण 4.264, 62.75
(2) मगध देश के सुप्रतिष्ठ नगर के निवासी श्रेणी सागरदत्त की भार्या । यह नागदत्त और कुबेरदत्त की जननी थी । महापुराण 76. 216-218
(3) वत्स देश की कौशांबी नगरी के राजा विजय की रानी । यह चक्रवर्ती जयसेन को जननी थी । महापुराण 69.78-82
(4) कौशिकपुरी के राजा वर्ण की रानी । पांडवपुराण 13. 5-6