भवधारण: Difference between revisions
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
अग्रायणीयपूर्व की पंचम वस्तु के बीस प्राभृतों (पाहुड) में कर्म प्रकृति नामक चौथे प्राभृत के चौबीस योग द्वारों में अठारहवाँ योगद्वार । हरिवंशपुराण 10.81, 84 देखें अग्रायणीयपूर्व