भूतवन: Difference between revisions
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<p> विजयार्ध पर्वत की पूर्व दिशा और नीलगिरि की पश्चिम की और विद्यमान सुसीमा देश का एक वन । श्रीपाल ने यहाँ सात शिलाखंडों को एक के ऊपर एक रखकर स्वयं चक्रवर्ती होने की सूचना दी थी । <span class="GRef"> महापुराण 47.65-67 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> विजयार्ध पर्वत की पूर्व दिशा और नीलगिरि की पश्चिम की और विद्यमान सुसीमा देश का एक वन । श्रीपाल ने यहाँ सात शिलाखंडों को एक के ऊपर एक रखकर स्वयं चक्रवर्ती होने की सूचना दी थी । <span class="GRef"> महापुराण 47.65-67 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
विजयार्ध पर्वत की पूर्व दिशा और नीलगिरि की पश्चिम की और विद्यमान सुसीमा देश का एक वन । श्रीपाल ने यहाँ सात शिलाखंडों को एक के ऊपर एक रखकर स्वयं चक्रवर्ती होने की सूचना दी थी । महापुराण 47.65-67