मौंजीबंधन: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> रत्नत्रय विशुद्धि का प्रतीक तीन लर की मूँज की पतली रस्सी से निर्मित कटिबंधन । इसे द्विज का चिह्न माना गया है । <span class="GRef"> महापुराण 38.110, 40. 157 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> रत्नत्रय विशुद्धि का प्रतीक तीन लर की मूँज की पतली रस्सी से निर्मित कटिबंधन । इसे द्विज का चिह्न माना गया है । <span class="GRef"> महापुराण 38.110, 40. 157 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:56, 14 November 2020
रत्नत्रय विशुद्धि का प्रतीक तीन लर की मूँज की पतली रस्सी से निर्मित कटिबंधन । इसे द्विज का चिह्न माना गया है । महापुराण 38.110, 40. 157