रत्नायुध: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) जंबूद्वीप में चक्रपुर नगर के राजा वज्रायुध और रत्नमाला का पुत्र । इसके पिता ने राज्यभार इसे सौंपकर चक्रायुध के -समीप दीक्षा ले ली थी । आयु के अंत में मरकर यह पूर्व धातकीखंड के पश्चिम विदेहक्षेत्र में गंधिल देश की अयोध्या नगरी के राजा अर्हद्दास और रानी जिनदत्ता का पुत्र विभीषण हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 59. 239-243, 246, 276-279, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.92 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) जंबूद्वीप में चक्रपुर नगर के राजा वज्रायुध और रत्नमाला का पुत्र । इसके पिता ने राज्यभार इसे सौंपकर चक्रायुध के -समीप दीक्षा ले ली थी । आयु के अंत में मरकर यह पूर्व धातकीखंड के पश्चिम विदेहक्षेत्र में गंधिल देश की अयोध्या नगरी के राजा अर्हद्दास और रानी जिनदत्ता का पुत्र विभीषण हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 59. 239-243, 246, 276-279, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.92 </span></p> | ||
<p id="2">(2) अश्वग्रीव का पुत्र । <span class="GRef"> महापुराण 63. 135 </span>देखें [[ रत्नकंठ ]]</p> | <p id="2">(2) अश्वग्रीव का पुत्र । <span class="GRef"> महापुराण 63. 135 </span>देखें [[ रत्नकंठ ]]</p> | ||
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
(1) जंबूद्वीप में चक्रपुर नगर के राजा वज्रायुध और रत्नमाला का पुत्र । इसके पिता ने राज्यभार इसे सौंपकर चक्रायुध के -समीप दीक्षा ले ली थी । आयु के अंत में मरकर यह पूर्व धातकीखंड के पश्चिम विदेहक्षेत्र में गंधिल देश की अयोध्या नगरी के राजा अर्हद्दास और रानी जिनदत्ता का पुत्र विभीषण हुआ । महापुराण 59. 239-243, 246, 276-279, हरिवंशपुराण 27.92
(2) अश्वग्रीव का पुत्र । महापुराण 63. 135 देखें रत्नकंठ