रथावर्त: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) भरतक्षेत्र की हंसावली नदी का तटवर्ती एक पर्वत । मुनि आनंदमाल ने यहीं तप किया था । <span class="GRef"> महापुराण 62.126, 74.157, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 13.82-86, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.64 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) भरतक्षेत्र की हंसावली नदी का तटवर्ती एक पर्वत । मुनि आनंदमाल ने यहीं तप किया था । <span class="GRef"> महापुराण 62.126, 74.157, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 13.82-86, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.64 </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक पूजा । पार्श्वनाथ के पूर्वभव के जीव अयोध्या के राजा वज्रबाहु के पुत्र आनंद ने यह पूजा की थी । <span class="GRef"> महापुराण 73. 41-43, 58 </span></p> | <p id="2">(2) एक पूजा । पार्श्वनाथ के पूर्वभव के जीव अयोध्या के राजा वज्रबाहु के पुत्र आनंद ने यह पूजा की थी । <span class="GRef"> महापुराण 73. 41-43, 58 </span></p> | ||
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
(1) भरतक्षेत्र की हंसावली नदी का तटवर्ती एक पर्वत । मुनि आनंदमाल ने यहीं तप किया था । महापुराण 62.126, 74.157, पद्मपुराण 13.82-86, पांडवपुराण 4.64
(2) एक पूजा । पार्श्वनाथ के पूर्वभव के जीव अयोध्या के राजा वज्रबाहु के पुत्र आनंद ने यह पूजा की थी । महापुराण 73. 41-43, 58