लोहिताक्ष: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
== सिद्धांतकोष से == | | ||
== सिद्धांतकोष से == | |||
<ol> | <ol> | ||
<li> गंधमादन विजयार्ध पर्वतस्थ एक कूट−देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]], </li> | <li> गंधमादन विजयार्ध पर्वतस्थ एक कूट−देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]], </li> | ||
Line 17: | Line 18: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p> सौधर्म और ऐशान युगल स्वर्गों का कबीसवाँ पटल । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.47 </span>देखें [[ सौधर्म ]]।</p> | <div class="HindiText"> <p> सौधर्म और ऐशान युगल स्वर्गों का कबीसवाँ पटल । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.47 </span>देखें [[ सौधर्म ]]।</p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:57, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
- गंधमादन विजयार्ध पर्वतस्थ एक कूट−देखें लोक - 5.4,
- लवण समुद्रस्थ दिक्वास पर्वत का स्वामी देव−देखें लोक - 5.9,
- मानुषोत्तर पर्वतस्थ एक कूट−देखें लोक - 5.10,
- रुचक पर्वतस्थ एक कूट−देखें लोक - 5.13, 5. स्वर्ग पटल - (देखें स्वर्ग - 5.3)।
पुराणकोष से
सौधर्म और ऐशान युगल स्वर्गों का कबीसवाँ पटल । हरिवंशपुराण 6.47 देखें सौधर्म ।