विजयसिंह: Difference between revisions
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<p> जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र में विजयार्ध पर्वत पर रथनूपुर नगर के राजा अशनिवेग विद्याधर का पुत्र । यह आदित्यपुर के राजा विद्याधर विद्यामंदर की पुत्री अमाना के स्वयंवर में गया था । श्रीमाला के किष्किंधकुमार के गले में माला डालने से यह कुपित हुआ और जैसे ही अंधकरूढ़ि के सामने आया कि अंधकरूढ़ि ने इसे असि प्रहार से मार डाला था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6. 355-359, 427, 452 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र में विजयार्ध पर्वत पर रथनूपुर नगर के राजा अशनिवेग विद्याधर का पुत्र । यह आदित्यपुर के राजा विद्याधर विद्यामंदर की पुत्री अमाना के स्वयंवर में गया था । श्रीमाला के किष्किंधकुमार के गले में माला डालने से यह कुपित हुआ और जैसे ही अंधकरूढ़ि के सामने आया कि अंधकरूढ़ि ने इसे असि प्रहार से मार डाला था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6. 355-359, 427, 452 </span></p> | ||
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र में विजयार्ध पर्वत पर रथनूपुर नगर के राजा अशनिवेग विद्याधर का पुत्र । यह आदित्यपुर के राजा विद्याधर विद्यामंदर की पुत्री अमाना के स्वयंवर में गया था । श्रीमाला के किष्किंधकुमार के गले में माला डालने से यह कुपित हुआ और जैसे ही अंधकरूढ़ि के सामने आया कि अंधकरूढ़ि ने इसे असि प्रहार से मार डाला था । पद्मपुराण 6. 355-359, 427, 452