शतबिंदु: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) एक निमित्तज्ञ । प्रतिनारायण अश्वग्रीव ने अपने यहाँ विनाश सूचक हुए उत्पातों का फल इसी से पूछा था । <span class="GRef"> महापुराण 62. 113-115, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.55-56 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) एक निमित्तज्ञ । प्रतिनारायण अश्वग्रीव ने अपने यहाँ विनाश सूचक हुए उत्पातों का फल इसी से पूछा था । <span class="GRef"> महापुराण 62. 113-115, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.55-56 </span></p> | ||
<p id="2">(2) राजा सहस्रबाहु का चाचा । श्रीमती इसकी रानी और जमदग्नि पुत्र था । <span class="GRef"> महापुराण 65. 57-60 </span></p> | <p id="2">(2) राजा सहस्रबाहु का चाचा । श्रीमती इसकी रानी और जमदग्नि पुत्र था । <span class="GRef"> महापुराण 65. 57-60 </span></p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
(1) एक निमित्तज्ञ । प्रतिनारायण अश्वग्रीव ने अपने यहाँ विनाश सूचक हुए उत्पातों का फल इसी से पूछा था । महापुराण 62. 113-115, पांडवपुराण 4.55-56
(2) राजा सहस्रबाहु का चाचा । श्रीमती इसकी रानी और जमदग्नि पुत्र था । महापुराण 65. 57-60