श्रीशैल: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p id="1"> (1) हनुमान का अपर नाम । यह नाम हनुमान के शैल पर्वत में जन्म लेने तथा विमान से गिरकर शिला को खंड-खंड करने से अंजना और अंजना के मामा द्वारा रखा गया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 17.402-403 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) हनुमान का अपर नाम । यह नाम हनुमान के शैल पर्वत में जन्म लेने तथा विमान से गिरकर शिला को खंड-खंड करने से अंजना और अंजना के मामा द्वारा रखा गया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 17.402-403 </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक पर्वत । यहाँ श्रीशैल नामधारी हनुमान आकर ठहरे थे । अत: यह पर्वत तब से इस नाम से विख्यात हुआ । <span class="GRef"> पद्मपुराण 19.106 </span></p> | <p id="2">(2) एक पर्वत । यहाँ श्रीशैल नामधारी हनुमान आकर ठहरे थे । अत: यह पर्वत तब से इस नाम से विख्यात हुआ । <span class="GRef"> पद्मपुराण 19.106 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:58, 14 November 2020
(1) हनुमान का अपर नाम । यह नाम हनुमान के शैल पर्वत में जन्म लेने तथा विमान से गिरकर शिला को खंड-खंड करने से अंजना और अंजना के मामा द्वारा रखा गया था । पद्मपुराण 17.402-403
(2) एक पर्वत । यहाँ श्रीशैल नामधारी हनुमान आकर ठहरे थे । अत: यह पर्वत तब से इस नाम से विख्यात हुआ । पद्मपुराण 19.106